कैरियर निर्माण में भावनात्मक स्वास्थ्य की भूमिका पर कार्यशाला का आयोजन
सफल करियर के लिए भावनात्मक रूप से स्थिर होना जरूरी : डॉ राहुल बंसल
मेरठ। परतापुर बाईपास स्थित मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसका विषय "कैरियर निर्माण में भावनात्मक स्वास्थ्य की भूमिका" रहा। इस दौरान मुख्य वक्ता डॉ राहुल बंसल (विभागाध्यक्ष सामुदायिक चिकित्सा एवं अध्यक्ष वैलनेस सेंटर सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ) , डायरेक्टर डॉ आलोक चौहान, प्रिंसिपल डॉ हिमांशु शर्मा, डीन एकेडमिक मधुबाला शर्मा, कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर सोनल अहलावत, डॉ बलविंदर बेदी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्य वक्ता डॉ राहुल बंसल ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भावनात्मक स्थिरता ही आपके कैरियर के विकास की कुंजी है। व्यक्तित्व विकास और भावनात्मक विकास दो महत्वपूर्ण लक्षण हैं जो तय करते हैं कि आप अपने प्रोफेशन में कितना सफल होने जा रहे हैं। युवा वयस्कता के दौरान होने वाले बदलाव व्यक्तित्व विकास को दर्शाते हैं जो करियर के विकास के लिए फायदेमंद हो सकता है। उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए संक्रमण के दौरान उच्च स्तर की कर्तव्यनिष्ठा और भावनात्मक स्थिरता विकसित करने वाले युवा अपने शुरुआती करियर के कुछ पहलुओं में अधिक सफल होते हैं। उन्होंने बताया की आत्म प्रबंधन के प्रति आत्म जागरूकता के लिए सामाजिक प्रबंधन के प्रति सामाजिक जागरूकता और परिवर्तन प्रक्रिया मजबूत मूल्य प्रणाली के माध्यम से ही संभव है।
इस दौरान सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ से डॉ आँचल शर्मा, डॉ अमनदीप, एमआईटी से डॉ संदीप कपूर,डॉ अंकुर गोयल, डॉ बलविंदर बेदी, कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर सोनल अहलावत आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आरजे तन्वी ने किया।
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