कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परिसर निदेशक डॉ. प्रताप सिंह ने छात्रों की सराहना की और उन्हें भविष्य में एक सभ्य समाज का निर्माण करते हुए अच्छे नागरिक बनकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जो सीखा जाता है उसे जीवन में उतारकर हम स्वयं के साथ-साथ दूसरों का भी भला कर अपने जीवन को सुंदर व सुखद बनाते हैं।
मुख्य प्रशिक्षक मनोज सिंधी ने कहा कि हिंदुस्तान स्काउट्स की पद्धति करके सीखना है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने स्काउट एवं गाइड के इतिहास, ध्वज गायन, प्रतिज्ञा, नियम-कानून, तंबू निर्माण, गांठें बांधना, आपात स्थिति में घायलों की सहायता करना, भोजन पकाना एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अध्ययन किया एवं भाग लिया। शिविर के अंतिम दिन विद्यार्थियों ने विभिन्न राज्यों के नृत्य एवं गायन के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। जिसमें सभी विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी ने कहा कि स्काउट गाइड शिविर विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने तथा कौशल एवं पात्रता को बढ़ाने का एक अवसर है। इस तीन दिवसीय स्काउट एवं गाइड शिविर में पश्चिम बंगाल की टीम प्रथम, हरियाणा की टीम द्वितीय तथा उत्तराखंड की टीम तृतीय स्थान पर रही।
प्राचार्य डॉ. नितिन राज वर्मा ने सभी विद्यार्थियों से इस तीन दिवसीय शिविर में जो सीखा उसे अपने जीवन में अपनाने को कहा तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस मौके पर स्काउट शिविर समन्वयक अरुण शर्मा, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा, पूजा शर्मा, शर्मिला सोलंकी, प्रीति त्यागी, विदिशा चौधरी, प्रणव शर्मा, अभिनव राणा, गिरीश आजाद व गौरव आदि मौजूद रहे।
अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार ने सभी अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं को धन्यवाद देते हुए स्काउट एवं गाइड शिविर का समापन किया।
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