मेरठ। एकेटीयू ने वन डिस्ट्रिक्ट वन इनक्यूबेशन सेंटर की कवायद तेज कर दी है। गुरुवार को मेरठ जोन के कॉलेज के लिए इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए एमआईईटी में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एमआईईटी ग्रुप के चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल जी, एसोसिएट डीन एकेटीयू डॉ अनुज कुमार शर्मा, रितेश सक्सेना मैनेजर इन्नोवेशन हब, एमआईईटी इनक्यूबेशन फोरम के सीईओ रेहान अहमद, मेरठ उद्यमी फाउंडेशन की सीईओ डॉ माधुरी गुप्ता और डॉ स्वपन सुमन ने किया।
एकेटीयू के एसोसिएट डीन इन्नोवेशन डॉ अनुज कुमार शर्मा ने इनक्यूबेशन सेंटर स्थापना की प्रक्रिया, संचालन के बारे में कॉलेज प्रतिनिधियों को जानकारी दी। साथ ही केंद्र और स्टार्टअप के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और वित्तीय सहायता के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि इनक्यूबेशन सेंटर के जरिए छात्रों के साथ ही स्थानीय इन्नोवेटर को प्रोत्साहित कर स्टार्टअप शुरू कराया जा सकता है। इससे न केवल छात्रों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी बल्कि रोजगार सृजन भी होगा। वही इन्नोवेशन हब के मैनेजर रितेश सक्सेना ने स्टार्टअप पॉलिसी 2020 के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इसके तहत क्षेत्र 8 कंपनी बनाना सबसे जरूरी है।रेहान अहमद ने कहा कि इन्क्यूबेशन सेंटर में हम स्टार्टअप के भविष्य को उज्ज्वल बनाते हैं। हम स्टार्टअप को स्थानीय समुदाय से जोड़कर रोजगार के अवसर पैदा करते हैं, जिससे आसपास के लोगों को रोजगार मिलता है और स्टार्टअप को भी फायदा होता है।
डॉ. स्वपन सुमन ने स्वयं सहायता समूहों की यात्रा के बारे में बताया कि कैसे स्वयं सहायता समूह आज एमआईईटी के साथ जुड़कर अच्छी प्रगति कर रहे हैं, 350 से अधिक स्वयं सहायता समूह वर्तमान में एमआईईटी के साथ जुड़े हुए हैं, जिनमें से 25 से अधिक का व्यवसाय बेहतर स्तर पर है।
इस कार्यक्रम में 50 से अधिक एकेटीयू से संबद्ध संस्थानों के निदेशक, प्रोफेसर, प्रभारी आदि ने भाग लिया।
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