बच्चों की जिज्ञासा को दबाएं नहीं: प्रो. गौतम
मेरठ। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार की गतिविधि 30वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2022 का शुभारंभ एमआईईटी में किया गया। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन इंडियन साइंस कम्युनिकेशन सोसाइटी लखनऊ और अटल कम्युनिटी इन्नोवेशन सेंटर एमआईईटी मेरठ के संयुक्त प्रयासों से किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रो मोहनकान्त गौतम, (चान्सलर, यूरोपियन यूनिवर्सिटी वेस्ट एंड ईस्ट लाइडेन, नीदरलैंड),विशिष्ट अतिथि डॉ नफीस अहमद (वरिष्ठ वैज्ञानिक, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा,नयी दिल्ली),ई सुनीत बैनर्जी (डायरेक्टर,एनसीएसटीसी एवं राष्ट्रीय संयोजक बाल विज्ञान कांग्रेस),डॉ ललित शर्मा (राष्ट्रीय अकादमिक समन्वयक, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस),राज्य समन्वयक दीपक शर्मा,एमआईईटी के वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निदेशक डॉ बृजेश सिंह, एसीआईसी मेरठ के सीईओ डॉ शाश्वत पाठक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस दौरान मुख्य अतिथि मोहनकान्त गौतम ने कहा की बच्चों की जिज्ञासा को दबाएं नहीं बल्कि उन्हें प्रोत्साहित करें। भारतीय प्रतिभाएं विश्व में किसी से कम नहीं हैं। आज भारतीय विदेशों में झंडे गाड़ रहे हैं। दुनिया के किसी भी देश की अच्छी अर्थव्यवस्था और तरक्की में किसी न किसी भारतीय का योगदान जरूर होता है। दुनिया के कोने-कोने में भारतीय अपनी मेहनत और दक्षता का लोहा मनवा रहे हैं।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए राज्य समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के इस कार्यक्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 38 जिलों के 156 बाल विज्ञानी प्रतिभाग कर रहे हैं। जिनमें 100 लड़कियां और 56 लड़के हैं।
नई दिल्ली से आए भारत सरकार के वरिष्ठ वैज्ञानिक ई सुनीत बैनर्जी ने कहा कि बच्चों को प्रयोग करते समय डरना नहीं चाहिए। वे जीवन का लक्ष्य तय करें और शिक्षक उनको रास्ता दिखाएं। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डा. नफीस अहमद कहा कि बच्चों की समझ को पारितंत्र से जोड़ना होगा। आज प्रदूषण की गंभीर समस्या है। इससे हमें निपटना होगा।
कार्यक्रम की नोडल एजेंसी इंडियन साइंस कम्युनिकेशन सोसाइटी के कार्यकारी सचिव डॉ. वीपी सिंह ने बच्चों का आह्वान किया कि वे भारत के लिए नोबल पुरस्कार जीतें। डॉ. ललित शर्मा ने कहा कि बच्चे कुछ हट कर सोचें, ऐसे विचारों को कार्यरूप दें जो लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। कार्यक्रम में एमआईईटी के वायस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, प्रो. एपी सिंह विज्ञान संचारक तारिक बदर और डॉ. विकास मिश्र, विशाल सिंह चौहान ने भी मार्गदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि यहां से चयनित 21 शोध पत्र , 27 जनवरी से 31 जनवरी 2023 तक साइंस सिटी अहमदाबाद गुजरात में प्रतिभाग करेंगे। वही 2 श्रेष्ठ शोध पत्र 3 से 7 जनवरी 2023 को नागपुर महाराष्ट्र में होने जा रहे इंडियन साइंस कांग्रेस के राष्ट्रीय किशोर वैज्ञानिक सम्मेलन में भाग लेंगे।
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