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मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

बच्चों पर साइबर बुलिंग का बढ़ रहा खतरा, इंटरनेट पर सतर्क रहने की जरूरत : आयुष पीयूष गोयल

इंटरनेट का प्रयोग अनुशासन के साथ करें :  डॉ सीमा शर्मा



मेरठ। पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब द्वारा मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय सुरक्षित इंटरनेट प्रयोग एवं सुरक्षित इंटरनेट की उपयोगिता रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ सीमा शर्मा, पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब के निदेशक आयुष पियूष गोयल, डीन एकेडमिक डॉ गौरव शर्मा, प्राचार्य फार्मेसी डॉ नीरज कांत शर्मा और मीडिया हेड अजय चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया



क्लब निदेशक आयुष गोयल और पीयूष गोयल ने कहा इंटरनेट का उपयोग करते समय व्यक्तिगत बुद्धि और विवेक का प्रयोग करें। इंटरनेट पर अजनबियों के साथ निजी जानकारी साझा न करें। सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फॉरवर्ड करने से बचें। यदि आप साइबर अपराध का शिकार होते हैं तो साइबर सेल में शिकायत कर सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 85% भारतीय बच्चे साइबरबुलिंग का शिकार हो रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि हम आज के दौर में एक सुरक्षित ऑनलाइन माहौल तैयार करें। इंटरनेट के जितने फायदे हैं उतने ही नुकसान भी हैं। साइबर बुलिंग ऑनलाइन रैगिंग का एक रूप है। यह इंटरनेट के माध्यम से शोषण है। इसमें किसी को धमकी देना, उसके खिलाफ अफवाह फैलाना, भद्दे कमेंट, अश्लील भाषा, फोटो का गलत इस्तेमाल आदि किया जाता है। बुलिंग भी ऑनलाइन गेम के जाल में फंसकर पैसे ऐंठने का एक नया लोकप्रिय तरीका है।



क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ सीमा शर्मा ने कहा की वर्तमान समय में इंटरनेट हमारी जिंदगी का महत्वपूर्ण अंग बन गया है इंटरनेट के अत्यधिक प्रयोग से मानसिक तनाव डिप्रेशन एडिक्शन सिर दर्द घबराहट जैसी समस्याएं उत्पन्न होती है। आज के आधुनिकता के दौर में हमारी जरुरत सिर्फ रोटी, कपड़ा, मकान तक सिमित नहीं रह गई है। हमारी जरुरतों की लिस्ट में इंटरनेट का नाम भी जुड़ चुका है। आज बच्चे,जवान और क्या बुजुर्ग सभी इंटरनेट का यूज करते हैं। इंटरनेट के अत्यधिक प्रयोग से मानसिक तनाव, डिप्रेशन, एडिक्शन, सिर दर्द, घबराहट जैसी समस्याएं उत्पन्न होती है।



मशीनें इंसान के द्वारा बनाई गई हैं और मशीनें इंसान के लिए बनी है,ना की इंसान मशीनों के लिए बना है। इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सावधान रहें, क्योंकि इंटरनेट एक अजनबी की तरह है, जिस पर आप बिल्कुल भी भरोसा नहीं कर सकते हैं। जैसे आप किसी अजनबी से मिलते समय सावधान रहते हैं, वैसे ही इंटरनेट का उपयोग करते समय भी सावधान रहें। इंटरनेट का प्रयोग अनुशासन के साथ करें, इंटरनेट का अति प्रयोग न करें। 

कार्यक्रम का संचालन अनामिका सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में निदेशक डॉ आलोक चौहान, मीडिया हेड अजय चौधरी, रितिमा,जोनी,अनुज कुमार,आरजे तन्वी मौजूद रहे।

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