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इनस्पेस का लक्ष्य कृषि क्षेत्र को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान से लैस करना : डॉ. विनोद कुमार

 कृषि क्षेत्र के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग पर लघु अवधि पाठ्यक्रम शुरू

 

ग्रेटर नोएडा। आईआईटी रुड़की के ग्रेटर नोएडा कैंपस में इन-स्पेस, इसरो, एआईसीटीई और एमआईटी मेरठ,इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज साहिबाबाद के संयुक्त प्रयासों से पांच दिवसीय अल्पकालिक पाठ्यक्रम "प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करें" आयोजित किया गया। जिसका विषय कृषि क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी रहा।

इस दौरान कार्यक्रम का उद्घाटन इन-स्पेस के संवर्धन निदेशालय के निदेशक डॉ. विनोद कुमार, डॉ. वीएम चौधरी, समूह निदेशक, एनआरएससी/इसरो, ब्रिजेश कुमार सोनी, उप निदेशक, आईएन-स्पेस और डॉ. राजेंद्र सिंह, निदेशक शोध एवं विकास, एमआईटी, मेरठ (पूर्व वैज्ञानिक आईएआरआई/आईसीएआर), एमआईटी के वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में 5 दिनों तक फसल क्षेत्र का अनुमान एवं उत्पादन पूर्वानुमान, कृषि भूमि निगरानी, हानिकारक कीट रोग का पता लगाना एवं घटना का पूर्वानुमान, फसल प्रणाली विश्लेषण, मृदा मानचित्रण एवं निगरानी, कृषि सुखा आकलन एवं निगरानी, बागवानी सुखा आकलन, जल संसाधन निगरानी आदि विषयों पर वरिष्ठ वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों द्वारा चर्चा होगी।

एमआईटी से डॉ. राजेंद्र सिंह ने बताया की इस पाठ्यक्रम में पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षणों के अध्ययन, सटीक कृषि के लिए सेंसिंग तथा विश्लेषण में प्रगति और फाइटोट्रॉन प्रौद्योगिकी के मौलिक अनुप्रयोगों जैसे विषय भी शामिल हैं। इसमें कृषि के व्यावहारिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसमें मिट्टी का नमूना लेना, मिट्टी का प्रसंस्करण, ड्रोन और रोबोट प्रदर्शन और मिट्टी के विश्लेषण के तरीके शामिल हैं। 

इन-स्पेस के संवर्धन निदेशालय के निदेशक डॉ. विनोद कुमार ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार शुरू किए हैं। इन अंतरिक्ष सुधारों का उद्देश्य निजी क्षेत्र की भागीदारी के माध्यम से भारत को वैश्विक स्तर पर अग्रणी अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था बनाना है। अंतरिक्ष गतिविधियों को शुरू करने के लिए गैर-सरकारी संस्थाओं (एनजीई) और शिक्षा जगत को बढ़ावा देने और पर्यवेक्षण करने के लिए अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) के तहत भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (इनस्पेस) का नामक स्वायत्त संस्था को गठन किया गया है। इनस्पेस का लक्ष्य लोगों को कृषि क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान से लैस करना है। 

इन-स्पेस, इसरो और एईसीटीई ने कृषि क्षेत्र के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग पर नवीन प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए हाथ मिलाया है।

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