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गीता कोई पुस्तक या ग्रन्थ मात्र नहीं बल्कि जीवन जीने की कला - डॉ सुधीर गिरी, चेयरमैन श्री वैंक्टेश्वरा शैक्षणिक समूह
- भगवद्गीता जीवन दर्शन है, जरूरत बस इसे आत्मसात करने की - डॉ राजीव त्यागी
मेरठ। ब्रह्मकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ओम शान्ति रिट्रीट सेन्टर गुरूग्राम द्वारा आठ से दस दिसम्बर तक आयोजित किये गये तीनदिवसीय वैल्यू ऐज्यूकेशन एवं अखिल भारतीय भगवद्गीता महासम्मेलन में श्री वैंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय की धूम रही। श्री वैंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. सुधीर गिरी के आधिकारिक प्रतिनिधि एवं विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी ने गीता के उपदेशों को आमजीवन में आत्मसात कर वैल्यू ऐज्यूकेशन (संस्कार शिक्षा) द्वारा स्वयं के साथ-साथ पूरे विश्व में सकारात्मक बदलाव एवं शान्ति का सन्देश दिया। इस महासम्मेलन में देश के 50 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, शिक्षाविदों, धर्मगुरूओं, योगियों एवं दो दर्जन से अधिक महान सन्तों ने प्रतिभाग किया।
ब्रह्मकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के गुरूग्राम स्थित ओआरसी के डीपीएम केन्द्रीय सभागार में आयोजित तीन दिवसीय वैल्यू ऐज्यूकेशन एवं अखिल भारतीय भगवद्गीता महासम्मेलन-2023 का शुभारम्भ मुख्य अतिथि भारत सरकार द्वारा पद्मविभूषण से सम्मानित पूज्य सन्त श्री चिन्ना त्रिदण्डी स्वामी, विश्व धर्म संसद के संयोजक स्वामी दिनेशानन्द महाराज युगाण्डा के राजदूत श्री यू.एस. रावत, वैंक्टेश्वरा के प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी, डॉ गोपाल नारसन, महामण्डलेश्वर स्वामी अभिषेक चैतन्य आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया।
गीता ज्ञान को अपने जीवन में आत्मसात कर वैल्यू ऐज्यूकेशन द्वारा अपने जीवन में आने वाले सकारात्मक बदलाव से पूरे विश्व में शान्ति एवं सद्भावना स्थापित हो, इस पर पचास से अधिक विश्वविद्यालयों के बीच शान्दार व्याख्यान देने पर पूरे देश के शिक्षाविदों ने वैंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय की जमकर प्रशंसा की।
विश्वविद्यालय की इस शानदार उपलब्धि पर समूह चेयरमैन डॉ. सुधीर गिरी को बधाईयाँ देने वालों का तॉता लग गया। उन्हें शुभकामनाऐं देने वालों में प्रधान सलाहकार प्रो वीपीएस अरोड़ा, डॉ पीयूष पाण्डे, डॉ रोजेश सिंह, डॉ दिव्या गिरधर, डॉ लक्ष्मण सिंह, मेरठ परिसर निदेशक डॉ. प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित थे।
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