Subscribe Us

एमआईटी कृषि विभाग के छात्र सीखेंगे फलों को सड़ने से बचाने के टिप्स

15 दिवसीय फल संरक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ



मेरठ। परतापुर बाईपास स्थित मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कृषि विभाग में 15 दिवसीय फल संरक्षण अल्पकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।  उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग उ० प्र० की शाखा राजकीय फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र मोदीपरम मेरठ के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। 

इस दौरान मुख्य वक्ता राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र मोदीपुरम से प्रधानाचार्य डॉ एमपी सिंह और जितेंद्र कुमार शर्मा मौजूद रहे। 

डॉ एमपी सिंह ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा फल एवं सब्जी उत्पादक देश है। 2021 में भारत का फल एव सब्जियों का उत्पादन 329.86 मीट्रिक टन रहा। प्रशिक्षण के अभाव में लगभग 30% खराब हो जाता है, जिसकी अनुमानित कीगत 35,000/- करोड रु० है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से बच्चो को सिखाया जायेगा की वो कैसे प्रशिक्षण के द्वारा फल एवं सब्जियों के द्वारा विभिन्न परिरक्षित पदार्थ जैसे जैम जैली, साँस, चटनी, अचार आदि तैयार कर सकते है। इनके सड़ने से होने वाले नुकसान को भी कम कर सकते हैं। इसके साथ-साथ अधिक मात्रा में उत्पादन कर अपने व्यवसाय को भी शुरू कर सकते हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को सरकार करने में आप सभी युवाओं की भागीदारी सर्वोपरि है।

इस दौरान कार्यक्रम में प्रिंसिपल फार्मेसी डॉ नीरज कांत शर्मा, कृषि विभाग अध्यक्ष डॉ रघुवीर सिंह, डॉ मधुबाला शर्मा, डॉ आशीष कुमार, डॉ हेमा नेगी, डॉ जे पी कनौजिया, अजय यादव, सुमित कुमार आदि शिक्षक मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments