उन्होंने बताया कि अभी तक किसान उत्पादक संगठनों को स्टार्टअप नहीं माना जाता था, लेकिन मेरठ उद्यमी फाउंडेशन की पहल से पहली बार एफपीओ को औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार से मान्यता मिली है। इस मान्यता से अब किसान उत्पादक संगठनों को भी स्टार्टअप की तरह पहचान मिलेगी।
सरकार द्वारा स्टार्टअप के लिए जो भी योजनाएं आती हैं, वे अब किसानों के लिए भी खुली हैं। एग्रीकल्चर से संबंधित स्टार्टअप हमारे मेरठ उद्यमी फाउंडेशन से जुड़कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इस अवसर पर 100 से अधिक समाजसेवियों एवं पत्रकारों ने किसानों के हित में कार्य करने के लिए शपथ ली। इस दौरान सीईओ डॉ माधुरी गुप्ता, निदेशक डॉ सोमेंद्र शुक्ला, प्राचार्य डॉ हिमांशु शर्मा, मीडिया हेड अजय चौधरी मौजूद रहे।
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